अभी तो बस वक्त खराब हैं , दिमाग़ नहीं ॥(२) ………………….. डीमक लगी है सिर्फ़ एक़ पेड़ मैं पूरे बाग़ मै नहीं ।……….. (हार नहीं मानने का 🤚) ज़िंदगी ज़िन्दाबाद 🔱 रुक्नातोहैहीनहीं🤜🤛 🕉 नमह शिवाया 🔱✨🌈