वक़्त मीले तो तू मेरे घर आना। वक़्त ना मीले तो मुझे तेरे आंगन बुलाना। मिलना तो है हमारा संभव अगर मिलने की आस हो। राष्ट्र हित में अगर कुछ करने की प्यास हो।में हु तत्पर तुम भी चलो साथ। चलो करते है रोशन सवेरा बोहत लंबी हुई अब रात। #एकता #राष्ट्रहित