तुम्हें बुरा लगे या भला लगे जो कह दिया सो कह दिया फिर खिलाफ है तो रहा करे फिर तेरा मेरा बयान क्या अब जो कहानी ख़त्म है , तो ख़त्म है फिर और क्या फिर मुहब्बतों के पत्र क्या फिर मुहब्बतों के निशान क्या जिस राह में हम चल दिए , उस राह पर चलते रहे फिर पड़ने वाले पड़ाव क्या फिर आने वाले ढलान क्या जो भी आया लूट कर हमको यहाँ चलता बना फिर ये हमारा फ़र्ज़ था फिर इसमें कहाँ, एहसान क्या जो भी करते हैं तो फिर दिल खोल कर करते हैं हम फिर तो जो परिणाम हो ,उसमें नफा नुक्सान क्या