“हम जंग से बस महज़ कुछ देर पहले ही मिले थे हम दोनों की आंखे अशको से नम कम पर हजारों सवालों के मुनासिफ अम्बार लिए हुए थे जिसमें कुछ अपनों के जिक्र और एकदूसरे की फिक्र बनी हुई थी। कुछ जंग के बाद होने वाली त्रासदी का मंज़र थी तो बची खुची हिज्र की डरे थी हम जंग से बस महज़ कुछ देर पहले ही मिले थे पर हम दोनों की आंखे नम थी” :-Anit Jha ©AJ writes #hindipoetry #shayari #hindi #poetry #hindiquotes #StopWar 💔 #RussiaUkraineConflict.