ना घर तेरा है ना मेरा है ये तो दुनिया का मेला है । इस मेले मे क्या करना है हमे सोच समझकर चलना है । जब गलति कर पचताएंगे तब हम्ही सहन कर पायेंगे । इस दुनिया के मेले में अपनी बखान कर्जना है। परेशानियों कि भीड मे हमें सोच समझकर चलना है। ना घार तेरा है ना मेरा है ये तो दुनिया का मेला है। ©pushpa #दुनिया का मेला