अगर तेरे साथ बिताए लम्हों का हिसाब होगा पता नहीं हमारा क्या हाल होगा हम तेरे सबसे बड़े कर्जदार होगे या सबसे बड़े हकदार होंगे जब भी ये हो या ख़ुदा हम इस दुनिया में ना हो क्यूंकि हमे हिसाब करना नहीं आता और उन्हें हिसाब देना नहीं हम नहीं चाहते वो कभी हमारे हो अगर कभी हो भी तो सिर्फ हमारे हो क्यूंकि हम उन्हें टुकडों में नहीं चाहते चाहे वो हमारे टुकड़े क्यों ना चाहे हम उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ सकते चाहे हमारी राहें क्यों ना जुदा हो क्योंकि उन्होंने हमें जुदा किया है हमने उन्हें नहीं वो हमारे लिए हमेशा से एक ही रहेंगे चाहे उनकी जिंदगी में हजारों क्यों ना हो हम कभी भी उन्हें खोना नहीं चाहते पर अगर वो खुश हैं तो हम उनसे बहुत दूर हो जाना चाहते हैं हम उनकी खुशी के लिए दुनिया से लड़ जाए चाहे वो हमारी आखिरी खुशी क्यों ना हो तेरा हर वक़्त इंतज़ार रहता है शायद हमारा रिश्ता उसी पर है हम उस वक़्त का इंतजार करेंगे जब वक़्त पर सिर्फ हमारा हक होगा अगर तेरे साथ बिताए लम्हों का हिसाब होगा पता नहीं हमारा क्या होगा......... - प्रीती सिंह # तेरा हिसाब