शायरी माँ-बाप सांसे तो चल रई है मेरी पर जीने की वजह मुझसे छिन गई रोता रहता हू हर पल उनकी यादों में क्योंकि उन्के जैसे प्यार करने बाले मुझसे छिन गये लगी तो रह्ती है तस्वीर दीवरों पर पर उन्की तरह बेटा कहने बाले बह आज मुझसे छिन गये every person love for mother and father