जिंदगी भर की दवा बनना चाहते थे दो दिन का, खुराक बन के रह गए किसी की हकीकत बनना चाहते थे पर महज़, इत्तेफ़ाक बन के रह गए यूं तो किसी की खुशी बनना चाहते थे पर सच पूछो तो, मज़ाक बन के रह गए ©Dharmendra kumar #SAD #Love 💔 #Holi