पुरानी बिखरी यादें यादों का पिटारा खोले एक जमाना हो गया, फुर्सत कहां है ख़ुद से अब तो हर अपना बेगाना हो गया,, आज नीदों के लिए सेज सजाया था पर कमबख़्त यादों का आना हो गया, कुछ पल के लिए ही सही मेरा मेहबूब मेरे पहलू में था पर कमबख्त उनका फिर से जाना हो गया,, मुस्कुराते हुए लब शिकायत कि आरजू भी रखते है ख़ैर छोड़िये ये किस्सा तो अब पुराना हो गया,, #पुरानी बिखरी यादें #Nojoto #शायरी #rashmisingh