#Pehlealfaaz अगर हम ज़ुल्म सहे कुछ न कहे आपकी गुलामी चुपचाप सहे तो सब नियम के हिसाब से है अगर पलट कर ज़ुल्म का बदला ले तो मानव अधिकार उलंघन आतंकवाद हो जाएगा #फाइट फ़ॉर जस्टिस