#RIPPriyankaReddy जलता रह गया ज़िन्दा एक फूल मां बाप का,,हवस के मारे क्यों इतना तड़पा गए. जली बेटी आज एक और है,,आँख से मेरे शर्म के आंसू आगये. क्यों इतना लाचार हम हुए पड़े है,,अपने ही इंसाफ के लिए क्यों कचहरियों में खड़े है. आग के बदले आग ना जब तक इन दरिंदों पे जलाई जाएगी,,कितना भी बचा लो सरकारों के भरोसे कोई बेटी बच ना पायेगी. 😢😣अत्याचार जब हद से बढ़ जाता है खून का बदला खून मेरे गुरु का उपदेश याद आता है. देख ऐसे दरिंदों की दरिदंगी खून खुद इनका करने को करता है,,काट काट इनके एक एक टुकड़े को जलाने का मन करता है. पर अफसोस दरिंदो की जगेह सिर्फ मोमबत्तियां जलाई जाएंगी,,एक और मासूम आग में जली खबर न्यूज़ में दिखाई जाएगी. इंसानियत ही अपना रुतबा खो बैठी,,मर्दों की मर्दानगी आवारगी में खो बैठी.