जिंदगी की राहों ने जब भी ठोकर लगा गिराया है ऐ दोस्त तूने हर बार मुझे गिरने से बचाया है अंधेरी राहों पर सन्नाटे में चलते हुए जब डर ने खुद को महसूस karaya है तब डर को हराने वाला बनता तू मेरा कभी साथ न छोड़ने वाला साया है मतलबी इस जहान में सबने ओहदे को गले लगा मुझे अकेला छोड़ तड़पाया है तब थामने मेरा हाथ बनकर मेरा हमकदम हर बार तू आया है चुभती हुई गैरों की निग़ाहों में जब भी खुद को असहज मैंने पाया है तूने गले से लगा कर गैरों की मजुदगी को तुच्छ बताया है जब भी फब्तियां कसी गई तेरी मेरी दोस्ती पर ऐ दोस्त तूने मुंहतोड़ जवाब दे सबका मुंह बन्द करवाया है जब भी थक हार कर मौत को गले लगाने का फैसला मैंने अपनाया है हर बार मेरी सांस बन कर तूने मुझमें जीने का अलख जगाया है हार जाती शायद अपनी मुश्किलों से मै पर मुश्किलों को तूने हर बार मेरी सफलता की सीढ़ी बताया है देखा नहीं मैंने उस खुदा को कभी अपनी आंखो से दर्द में भी सुकून देने वाला रहनुमा बनकर मेरा दोस्त आया है। ishu......... #दोस्ती वाला प्यार