ज़रा सी भूल क्या हो गई, वो भूले ही समझ बैठे। ज़रा सी तक़रार क्या हो गई,वो दुश्मन ही समझ बैठे।। बरस जाते हैं बदल भी कभी बिना गरजे ही धरती पर। बिना मौसम की बारिस को,वो सावन ही समझ बैठे।। #jarasibhul