जिंदगी की चिलचिलाती धूप में खुद से लड़ते लड़ते किस मंजिल का 'इंतिखाब' करें जो नर्म मुट्ठी में कैद कर हमें मंजिल तक पहुँचा दे। इंतिखाब(चयन) #इंतिखाब(चयन)