चाह नहीं (अनुशीर्षक में पढ़ें) चाह नहीं चाह नहीं मैं सुरबाला के, गहनों में गूंथा जाऊं चाह नहीं प्रेमी का बन तोहफ़ा , उसके प्रेम का साक्षी बन जाऊँ चाह नहीं किसी गुलदस्ते का हिस्सा बन,