कई दिनों से उन्हें नहीं हैं सुकून दिन भी लगे उन्हें रोशनी से हीन जिंदगी का मतलब 2 वक्त की रोटी उनके लिए तो वो ही हैं बहुत उनपे ही हर मेहनत का अस्तित्व मानती क्यूंकि उनके बिना सब कुछ है विहीन उनकी किसी से तुलना नहीं करती उनका ना हैं कोई अपना ख्वाब अरमान पर हां सच्चाई हैं उनके भीतर कर्म करे तब वो खाना खाते उनसे ज्यादा यहां कोई नही हैं महान अनुभव उनका बिना पढ़े पृथ्वी का भूगोल जानता गर्मी सर्दी और बारिश को भी पहचानता। always🌸smile ©🇮🇳always_smile11_15 #मजदूर