अंधेरो ने, चिरागो से मदद मांगी है, तुझे खोजने को, फिर से हमने मोहलत मांगी है, जिन्दा थे तो, सोचा नही तुमने, फिर भी मेरी कब्र ने, तेरी मोहब्बत मांगी है, कबूल हो जाना, अब मेरी दुआओ में, के फिर हमने खुदा से,जिंदगी की दौलत मांगी है, #_अल्फ़ाज़_# #मोहलत