हवा बहकर शोर मचा रही सन्नाटे में तुम अकेले नहीं हो,ओ टुटते तारे मैं भी खुब जला हूँ बनते बिगडते सपनो से यू ही टुटकर गिर चुका हूँ अपनो से आओ जरा दोनो मिल जाए, एक बार ही सही,फिर से मिलने की बात हो जाए #टुटना