लेकिन मेरी चिड़िया उड़ने वाली है रोक नहीं सकती उसकी खुशी में मुझे गुलज़ारी नज़्में जैसा सुकून सा मिला है रब करे तेनु वो सारी बंदिशें अदा करे जहां हर तरफ खुशियों का कारवां और हसी की फुहार हो नित ख़ैर मांगू में तेरी मेरी दुआ में तेरी खुशियां हो तेरी इबादत में तुझे चाहे जो तू वो मिल जाय बशीर के शेर की तरह अमृता की कलम सी गुलज़ार की नज़्म जैसे हमारी दोस्ती आज भी मुकम्मल है और आगे भी अनंत तक रहेगी एक अखंड ज्योत की तरह Tanvi Buch Ily💕