हैवानियत हैवानियत की हद ना पूछो साहब दो पैरों वाले इस जानवर ने किसी को नहीं छोड़ा कोख उजाड़ कर उस हथिनी की इंसानियत से नाता तोड़ा कोरोनावायरस से जूझ कर भी उसने प्रकृति के प्रकोप को नहीं जाना यही कारण है कि प्रकृति ने भी अपना रौद्र रूप दिखाने का ठाना इंसानियत के पुतलों गर हो थोड़ी सी शर्म तो रुक जाओ अपनों से अपनेपन का गुण अपनाओ सिकंदर भी खाली हाथ चला गया जिस जिस ने अत्याचार किया वह हमेशा के लिए मिट गया #hevaniyat