जज़्बातों की बाँध के डोरी अरमानों के पंख लिए आजादी की ले उमंग मन नीलगगन अम्बर उड़ के, उड़ो गगन में दूर तलक पंख मिले आजादी को।। ©Vimlesh Gautam #पंख पंख उड़ने को