जिंदगी में जब बेतहाशा नफऱत थी जीने की ना चाह थी तब 'मैंने तुझको चुना' जब मैं गर्दिशों में था ना कोई मेरा, मेरे साथ था तब 'मैंने तुझको चुना' अब ज़िंदगी बदल रही है खुशियां आंखों में बस रहीं है हां मैं खुश हूं की 'मैंने तुझको चुना' जिंदगी में जब बेतहाशा नफऱत थी जीने की ना चाह थी तब 'मैंने तुझको चुना' जब मैं गर्दिशों में था ना कोई मेरा, मेरे साथ था तब 'मैंने तुझको चुना' अब ज़िंदगी बदल रही है