*📝“सुविचार"*📝 🖊️ *“8/9/2021”*🖋️ 📘✨ *“बुधवार”*✨📙 इस संसार में “बड़ा” ही विचित्र शब्द है “भाव” ... इसका उपयोग “जीवन” में भी किया जाता है और “व्यापार” में भी किया जाता है, एक “उद्योगपति” कहता है कि “व्यापार का भाव” सदैव “ऊँचा” होना चाहिए,बड़ा “लाभ” होता है दूसरी ओर से एक “ऐसा व्यक्ति” जो “परमार्थी” है जो ईश्वर के “दर्शन” का “स्वार्थी” है वो कहता है कि “जीवन का भाव” सदैव “ऊँचा” होना चाहिए, कई बार “मनुष्य” क्या करता है कि “व्यापार” का ये “लाभ” को “ऊँचाई” पर पहुंचाने के “लालच” में अपने “जीवन का भाव” गिरा देता है, जबकि ये समस्त “संसार” “प्रेम” से ही तो चलता है, “प्रेम” ही तो “संसार का आधार” है, अब ये “प्रेमपूर्ण व्यवहार” करना यदि आप “सीख” जाते है तो निश्चित रूप से आपको “व्यापार” में “लाभ” के साथ साथ “कीर्ति” और “लक्ष्य” भी मिलेगा, क्योंकि “व्यापार” में “उतार” और “चढ़ाव” होते ही रहते है “जीवन” यदि आपने एक बार फिर “ऊँचाई” पर “पहुंचा” दिया तो कभी “नीचे” नहीं आएगा,... ✨ *अतुल शर्मा🖋️📝📙* ©Atul Sharma *📝“सुविचार"*📝 🖊️ *“8/9/2021”*🖋️ 📘✨ *“बुधवार”*✨📙 #“जीवन” #“व्यापार”