तू वर्ष बीस सा मैं इक्कीस सा हुआ तेरे जाने और मेरे आने की माँगे सब दुआ। अपने अपने कर्मों की बात है प्यारे जिसने जैसा किया वैसा उसके साथ हुआ। आगाज मेरा भी तेरे जैसा था बस कोरोना की कुसंगति में पड़ गया गलत संगत ने मेरे माथे कलंक जड़ दिया। इक्कीस मेरे भाई तू कुसंगति से बचना सबके लिए बस मंगल ही मंगल करना। लोग तुझ जैसे वर्ष की मांगा करेंगे दुआ। बी डी शर्मा चण्डीगढ़ बीस इक्कीस