हम अपने मंजिल को हासिल कर के ही रहेंगे अब ठाना है तो बुराइयों को मिटा कर ही रहेंगे दुनिया के हर एक कोने से अपराध हटा कर ही रहेंगे नहीं रूकेंगे क़दम हमारे अब बिना डरे चलते ही रहेंगे लक्ष्य है हमारा हम एक खूबसूरत जहाँ बना कर ही रहेंगे देखेंगा जमाना सारा बुराइयों को भी अच्छाईयों में बदल कर ही रहेंगे शुरुवात आप भी करिए शुरूवात हम भी करेंगे यकीनन एक ना एक दिन हम अपने मक्सद में कामयाब हो कर ही रहेंगे Challenge 19 - 'नहीं रुकेंगे कदम हमारे' 8 पंक्तियों की रचना कर प्रतियोगिता में भाग लें। विशेष:- आवश्यक सूचना, पोस्ट विषय तथा चुनी गई रचना अब इंस्टाग्राम, फेसबुक पेज व ट्विटर पर भी प्राप्त करें। 🌠 जब आप अपने हृदय में अपने लक्ष्य को सजोये निरंतर बढ़ रहे हों तब पथ में चाहे आँधी आये या तूफ़ान आपके कंपित अधरों से यही निकलता है कि 'नहीं रुकेंगे कदम हमारे'। 🏆 आप सभी की रचनाओं को उचित स्थान दिलाने के लिए हमारी टीम निरंतर प्रयाश कर रही है । आप लोगों की इच्छा अनुसार हमने सोशल मीडिया अकाउंट भी बनवा लिया है ताकि आपलोगों की रचनाएं अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच सकें । आप हमें फॉलो कर सकते हैं लिंक प्रोफ़ाइल पर दी गयी है।