कोरा सा था इश्क़ मेरा, आज प्यार रंगों भरा है। रंगीन सी ये हवाएं भी हैं, आज त्योहार रंगों भरा है। स्याह सा था इंतज़ार बहुत, आज इकरार रंगों भरा है। कितनी फीकी खामोशी थी, आज इज़हार रंगों भरा है। बेरंग होश का आलम था, आज खुमार रंगों भरा है। सूनी-सूनी सी नज़रें थीं, आज दीदार रंगों भरा है। सादी सी थी दुनिया मेरी, आज संसार रंगों भरा है। एक रंग जुदा चमकीला सा, चाहत का रंग सुनहरा है। अपने ही रंग में रंग दे मुझे, आज त्योहार रंगों भरा है। अपने ही रंग में रंग दे मुझे, आज त्योहार रंगों भरा है।। #happyholi #nozotonews #nozotohindi #hindikavita #pyaarkarang #rangokatyohaar #hindipoetry #hindipoet #tyoharrangobharahai