रस्ता और गाँव वो गाँव का पुराना रास्ता मुझे आज भी पुकारता है.. मैं शहर में रहने लगा पर वो मुझे आज भी चाहता है.. गाँव के रास्तों पर आज भी चके चलाने को दिल चाहता है.. रास्ते पर पड़ने वाली इमलियो के पेड़ों से मेरा बचपन झांकता है.. बैलगाड़ी की सवारी करने के लिए मेरा गांव मुझे पुकारता है.. मेरा पुश्तेनी घर आज भी मेरे इंतजार में खड़ा राह मेरी ताकता है.. खेत खलियानों के रास्तों पर दिल बसना फिर से चाहता है.. मेरे लौट आने की आस में आज भी गाँव मेरा सबसे पहले मेरे लिए जागता है(2)!! राहुल पटैरिया #Nojoto #गाँव_मेरा #यादें_मेरी #quest