मोहब्बत भरा मेरा दिल फिर से बंजर ना हो जाए, आज जिनसे हैं उम्मीदें, कल साथ ना छोड़ जाए l अब तलक तो खुदा मेहरबान है मुझपर, फ़रदा छीन कर उसको, जिन्दगी विरान ना कर जाए l आज खुशियों का है आलम, कल गम की शाम ना आ जाए l जो आज है मेरे दिल की रानी, फ़रदा किसी और की शरीक-ए-हयात ना बन जाए l मोहब्बत भरा मेरा दिल फिर से बंजर ना हो जाए, जिस दिल मे बस्ती है वो वहा वीरानियों का मंज़र ना हो जाए l जब मुमकिन नहीं उसका मेरा हो पाना, तो आज दिल लगा कर क्या होगा l दो चार पल की खुशियाँ तो मिलेंगी, फ़रदा फिर से तन्हाइयों का खंजर होगा l अब कैसे कहें उनसे की उनके साथ जिंदगी गुजारने की ख्वाहिश है, जैसे आज उनका साथ है वैसे ही फ़रदा उनका साथ मिल जाए l मोहब्बत भरा मेरा दिल फिर से बंजर ना हो जाए, आज जिनसे हैं उम्मीदें, कल साथ ना छोड़ जाए l अब तलक तो खुदा मेहरबान है मुझपर, फ़रदा छीन कर उसको, जिन्दगी विरान ना कर जाए l #मोहब्बत भरा मेरा दिल फिर से बंजर ना हो जाए, आज जिनसे हैं उम्मीदें, कल साथ ना छोड़ जाए l अब तलक तो खुदा मेहरबान है मुझपर, फ़रदा छीन कर उसको, जिन्दगी विरान ना कर जाए l आज खुशियों का है आलम, कल गम की शाम ना आ जाए l जो आज है मेरे दिल की रानी,