प्रेम....... प्रेम एक ऐसा शब्द हैं, जों दुनिया कों अपने में समाई रखती हैं। प्रेम का अर्थ यह नहीं कि, वह अपने स्वार्थो में डूबा रहें। प्रेम का अर्थ तो वह होता हैं, जों अपनी ख़ुशी भी दूसरे पर निछावर कर दे, जों उसके साथ उसका परछाई बन कर रहें। राधे कृष्ण 🙏🙏.... ©writer_Suraj Pandit #love #quotation