बताओ कोम के हक़ मे वहाँ पर कोन बोलेगा जो खम है हां उसी सर को उठाकर कोन बोलेगा, क़लम को तोड़ दूँगा मैं मगर वादा करो मुझसे, अमीर ए शहर से नज़रे मिलाकर कोन बोलेगा... समर मंगलोरी Umair samar manglori best inqalabi shayari..