नहीं चमक कोई अपनी फिर भी सबसे न्यारा हैं बीच तारों के चमचमाता ये चंदा कितना प्यारा हैं बैठ के ऊपर हमें निहारें आज भी सूत कतरती हैं चाँद में बैठी बूढ़ी अम्मा आज भी हमपर मरती हैं खेल मोबाइल थक जाते देख के टी वी सो जाते बच्चे मामा को भूले पर मामा नित छत पर आते चंदा मामा