ये कैसी रहनुमाई है, ना तेरी छवि न मेरी छवि इसमें नज़र आई है, खड़े है हम दूर मग़र परछाई एक नज़र आई है, धुंधली सी है छवि समझ में नही आई है, आओ जरा करीब मेरे साथ में निहारते है, देखते है फिर क्या करिश्मा हम, जैसे जैसे हम इकदूजे के करीब आए है, छवि में होते बदलाव नज़र आए है, पहुंचे जब वो करीब मेरे थामा हाथ में हाथ, एक-दूजे की रूह में सिमटे हुए हम, उस छवि में नज़र आए है।। मेरे हृदय की झील में ये किसकी परछाईं है। #परछाईं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #pchawla16 #रूह #रहनुमाई