लुत्फ जब है कि देखेंगे सारे नबी तेरी उम्मत पर बरसेगी रहमत मेरी बख्श दूंगा कयामत में उम्मत तेरी तुझसे वादा मेरा आज की रात है। (मिलादे अकबर)