उत्तराखंड में चुनाव परिणाम आए 6 दिन हो गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री को लेकर भी धुंधला छोटा नहीं है पुरस्कार सिंह धामी की अपनी विधानसभा सीट से चुनाव हार जाने के बाद ने मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा ने दून से लेकर दिल्ली तक विमर्श चला रहा है धामी के चुनाव हारने से उनका स्वाभाविक दावेदारी कमजोर पड़ी है लेकिन मुख्यमंत्री के लिए जा रहे हैं नाम में उनका नाम अभी भी चर्चा में है पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री के चयन को लेकर काफी गंभीर और शतक नजर आ रहा है वह भी क्यों नहीं कार्यकाल में राज्य के 3 दिन मुख्यमंत्री मिले और प्रदेश भाजपा अनुसूचित और आरोप चिपक गए उत्तराखंड के लोगों को नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर हो रही देरी से बेचैनी तो हो रही थी लेकिन आमजन यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री का नाम तय करने में लगा लो मुख्यमंत्री दो मुख्यमंत्री राजस्थान में भाजपा ने भगत सिंह के चुनाव में भाजपा को बहुमत कुर्सी पर बारी-बारी से भुवन चंद्र खंडूरी मेष पोखरिया निवेशक रूकती आशा दिखाएगा तो 2017 से 75 सांसद सुविधाजनक और ऐतिहासिक बहुमत मिला तो लगा मजबूत और स्थिर मुख्यमंत्री मिलेगा लेकिन फिर 5 साल में तीन मुख्यमंत्री इसलिए इस तरह चुनाव महासागर में कांग्रेस की तस्करी में सबसे बड़ा प्रभावी तीर्था चुनाव में कांग्रेस के सदस्य संख्या 11 से 19 पहुंची और रिश्तेदारी में लगभग साढे 4% की बढ़त लेने का भी भाजपा की मजबूरी मानी जा रही है ©Ek villain #इस बार उत्तराखंड मांगे टिकाऊ मुखिया #KashmiriFiles