संसार की गलियों में जीबन व्यतीत होता जारहा है सोचता हूँ क्या खोया क्या पाया मैंने ? पाता हूँ कि मैंने अपने सपने,आशायें ,ऊमंगें ,चाहतों और चैन,शान्ती को खोया मिला इस जीबन में छल ,फरेब,गरीबी ,हार,जुदाई और उदासी ©AMANKUMAR my life #Happy