81 प्रेम, परिणय, वियोग, अस्वीकृति एवं पुनर्मिलन की यह अद्वितीय कहानी, अभिज्ञान शाकुन्तलम् नाम से कलमबद्ध किया महाकवि कालिदास संस्कृत विज्ञानी, प्रतिबिंब की छाया प्रति सम मेरा यह तुच्छ प्रयास, अल्पज्ञता कारण संभव होगी ही कुछ त्रुटियां खास, उन्मूलन का सर्वजन से रखते हैं आस, सुधार सदा अनुगृहीत व प्रेरक अहसास। 🌹🌼 🙏 🌼🌹 #Shakuntla_Dushyant डॉ. अरुणा कृष्णप्रेम Tondak Rajesh rajak J P Lodhi. Sanam shona डॉ. अरुणा कृष्णप्रेम Tondak