ज़िंदगी ने इतने सारे ग़म है दिए हर दिन आग में झुलसे हैं। तेरे जाने से जो सूनापन ज़िंदगी में आया हम हर दिन आंगरों पर लेटते हैं। ♥️ आइए लिखते हैं #मुहावरेवालीरचना_289 👉 अंगारों पर लेटना मुहावरे का अर्थ ---- दु:ख सहना ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ दो लेखकों की रचनाएँ फ़ीचर होंगी।