पल भर के लिए तू मुझसे जुदा नहीं होता तू मुझमें मुकम्मल है पर तू मुकम्मल नहीं होता तुझको सामने बैठाकर गजलें कहूं मैं अपनी यह एक ख्याब है जो अब मुकम्मल नहीं होता हर शख्स चाहता है अमावस कि रात दिदार हो पूनम के चाँद का पर ये कुदरत का लिखा कभी पूरा नहीं होता मैं गम ऐ इश्क को मैंखाने से भर दूं पर ये इश्क अब मैखाने से पूरा नहीं होता #muqamalNahi #azkjhs #Farzishayarazk #Nojoto #nojotoapp #nojotoofficial