वो सरकारें जो छत्तीशगढ़ में लगातार जंगलों को ब्लॉक बना बनाकर नीलाम करने वाली , आज छत्तीशगढ़ मैं मात्र 23 % से भी कम जंगल बचें हैं उपर से हंसदेव के जंगलों को काटने के पीछे पड़ी हुई है अरे बे बुद्धि नेताओं तुम बस बेंच सकते हो , क्योंकि तुम बस यही काम कर सकते हो बेंचों और बेंचों खुदकी सरकारें उधारी में चल रहीं है और यहाँ वहाँ से राष्ट्रीय उधोगपति की भूख मिटाने और खुदकी कंगाली मिटाने का काम अच्छे से कर रहे हो , ऐसा लगता है ऐसे नही सुधरोगे , जंगल उगाने का कोई फॉर्मूला है नही तब बन जाएंगे , 60 साल के बुड्ढे युवा नेता और चोट्टा पना करने में कोई गांजा बिकवाने में और थानों को गलत हरकतों को लगाने में बिल्कुल बाज नही आ रहें है खैर उत्तराखंड के परिणाम सामने आ चुके है पर अभी जो बचें हुये जंगल और आदिवासी है तुम उन्हें भी बक्शोगे नहीं , जब जंगल और पेड़ बचेंगे नहीं तो OXYGEN तुमहारे बेवकूफियों वाले दिमाग से आएगी , तुम केवल गोबर के टोपरा सर पर भरकर घूम सकते हो पर गोबर गोबर ही फैला सकते हो पर जंगल को बचाने का कोई IDEA नहीं है ना गधे नेता ... #neerajwrites छत्तीसगढ़ के जंगलों को बेंचे वहां की सरकार , गोबर करें बारम्बार