हम इंसानो की याददाश्त भी कितनी कमजोर होती है, अभी कोरोना ने हमे जो इंसानियत का ये पाठ सिखाया था की "सारे धर्मो में सबसे ऊपर बस एक धर्म है और वो है इंसानियत का धर्म, और आखिर में इंसान ही इंसान के काम आता है, धर्म के सारे ठेकेदार अपनी अपनी दुकानें बंद करके चले गए थे, काम आई थी तो बस इंसानियत" पर अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा क्या हुआ, धर्म के ठेकेदारों ने अपनी अपनी दुकानें फिर खोल ली, और मानवता पे हुए इस जुल्म को भी हम हिंदू-मुस्लिम में बांट बैठे। हमने ये भी नही देखा की वहा मार भी मुस्लिम रहा हैं और मर भी मुस्लिम रहा है। तो फिर मुस्लिम/इस्लाम कैसे गुनाहगार हो गया? इंसानियत का जो पाठ हमने पढ़ा था वो हम एक पल में भूल गए और धर्म एक बार फिर इंसानियत से बड़ा हो गया।😔 ©Vineeta Singh #letsprayforhumanity #behumanbesensitive