अब हम कुछ नही करते , सब तकनीक करती है , किसी का जन्मदिन , किसी का खास दिन, किसी का उदास दिन , कोई सालगिरह , कोई जिरह , सब तकनीक याद रखती है ! तकनीक याद करती है , तकनीक याद रखती है , तकनीक याद दिलाती है , मेरी शुभकामना , मैं नही पहुँचाता किसी को तकनीक पहुँचाती है । मैं मेरी वो पुरानी डायरी अब नही खोजता , वो कही चीढ़ कर दुबकी रहती है , अलमारी के किसी कोने में , शायद आँसु बहाती होगी , खुद के वज़ूद के खात्मे का। और तकनीक के जन्म का मर्सिया पढ़ती होगी । मेरी वो डायरी। अब हम कुछ नही करते , सब #तकनीक करती है , किसी का जन्मदिन , किसी का #खास #दिन, किसी का #उदास दिन , कोई #सालगिरह , कोई #जिरह , सब तकनीक याद रखती है !