पिघलती है मोहब्बत बर्फ की चट्टानों से कतरा कतरा, बेह निकती है दरियाओं का रुख़ लेकर कई दूर, महसूस किया है उस ठंडी सिहरन को अपने होंठों पे, यह तेरा इश्क नहीं तो क्या है जो मुझे तुझसे जुदा नहीं होने देती... #srkrtalk Yeh ishq nhi to kya hai।