सबसे ज्यादा दुखदायी प्रतीत होता है जीवित इंसान का मुर्दा प्रतीत हो जाना अन्यान्य होता देख खुद को मौन कर लेना और दबी सांसों के बीच आह तक न भरना इसी के चलते अत्याचारों मे पंख लग जाना यानी घटित और घटना क्रम में कोई भेद न रह जाना उस वक़्त व्यथित मनुष्य की व्यथितता पर संदेह होना सबसे ज्यादा दुखदायी प्रतीत होता है।। बने हैं कुछ ख्याल।। पढिये✍️✍️ #ख्याल #दिशा #प्रतीत #दुखद #कविता