Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो मेरे दिल का ताजमहल है मुश्ताक, मैं उसको ना देख

वो मेरे दिल का ताजमहल है मुश्ताक, 
मैं उसको ना देखू तो रंजो का समा जलता रहता है, 
हमारे बीच मे बात विवाद मसले फसाद सब है मुश्ताक
मगर इश्क़-ए-रवानी बेजा लडना झगड़ना चलता रहता है   
मैं खामोश तो रहता हूं उसके सामने मुश्ताक, 
मगर ये भीतर बैठा मन ना जाने उसे क्या क्या कहता है
और वो बेबाकी से सबकुछ कह देती है मुश्ताक
मगर ये बावला सा दिल है जो उसकी हर बात सहता है 
ना जाने कितने घर बदले मोहब्बत मे दिवानो ने 
एक मेरा भी तो दिल है मुश्ताक
जिसमे मेरा कोई अपना रहता है 
  ❤️❤️❤️
Ashish Mishra

©कर्म भक्त कवि [आशीष मिश्रा] एक मेरा भी तो दिल है मुश्ताक
जिसमें मेरा कोई अपना रहता है 
😊😊😊
by Ashish Mishra/Karmbhakht kavi 
#Women
वो मेरे दिल का ताजमहल है मुश्ताक, 
मैं उसको ना देखू तो रंजो का समा जलता रहता है, 
हमारे बीच मे बात विवाद मसले फसाद सब है मुश्ताक
मगर इश्क़-ए-रवानी बेजा लडना झगड़ना चलता रहता है   
मैं खामोश तो रहता हूं उसके सामने मुश्ताक, 
मगर ये भीतर बैठा मन ना जाने उसे क्या क्या कहता है
और वो बेबाकी से सबकुछ कह देती है मुश्ताक
मगर ये बावला सा दिल है जो उसकी हर बात सहता है 
ना जाने कितने घर बदले मोहब्बत मे दिवानो ने 
एक मेरा भी तो दिल है मुश्ताक
जिसमे मेरा कोई अपना रहता है 
  ❤️❤️❤️
Ashish Mishra

©कर्म भक्त कवि [आशीष मिश्रा] एक मेरा भी तो दिल है मुश्ताक
जिसमें मेरा कोई अपना रहता है 
😊😊😊
by Ashish Mishra/Karmbhakht kavi 
#Women