ख़ुदा की बनाई हुई इवादत थी ममताज.. और शाहजहाँ का बनाया हुआ है ताज.. जितनी सुन्दर ममताज थी उतना ही सुन्दर है ताज.. फर्क इतना है कि ममताज एक जीती जागती इवादत थी और ताज एक जीती जागती ईमारत है