एक हफ़्ते से रोज़ कॉल आ रहे हैं पापा बातें कर-कर के थक जा रहे हैं कोई कहता है एक पखवाड़े की ही तो बात है और कोई कहता है कि एक सप्ताह ही काफी है कोई चीफ गेस्ट या कोई कॉम्पिटिशन का जज बना रहा है यह सितंबर है जनाब, हिंदी डिमांड में है। कहानियां, कविताएं हर कोई लिखवा रहा है अधीक्षक, निदेशक हर कोई भाषण खरीद रहा है सरकारी, गैर सरकारी अफसर सब हिंदी झाड़ रहा है लाइब्रेरी, दफ्तर, रेडियो और टेलीविज़न हर व्यक्ति एक ही राग में हिंदी के गुण गा रहा है यह सितंबर है जनाब, हिंदी डिमांड में है। हिंदी दिवस को भूलो पर हिंदी को नहीं देवनागरी में नहीं तो रोमन लिपि में ही सही हिंदी को ज़िंदा रखो वेंटिलेटर पर कहीं मरते समय कहने, कि माँ की याद आ रही। सितम-भर #हिंदी #हिंदीदिवस #yqdidi #yqbaba #september #सितंबर