मेरे अंदर के क्रोध को अपने में छुपा रावण मानता हूँ, रिश्तों की मर्यादा निभाता हूँ इसलिये स्वयंम में आंशिक राम जानता हूँ। #उमेश_लखपति'कृष्णा'