Nojoto: Largest Storytelling Platform

उलझनो के उलझन मे उलझाता है कोई बुलबुल को पिंजरे मे

उलझनो के उलझन मे उलझाता है कोई
बुलबुल को पिंजरे मे जैसे तड़पता है कोई

नशेमन जो हुआ करता था कभी घर अपना
क्या बताए अब उसमे आग लगाता है कोई

-Anzar #ZindagiHunMain #lafz #poetry #shayri #life
उलझनो के उलझन मे उलझाता है कोई
बुलबुल को पिंजरे मे जैसे तड़पता है कोई

नशेमन जो हुआ करता था कभी घर अपना
क्या बताए अब उसमे आग लगाता है कोई

-Anzar #ZindagiHunMain #lafz #poetry #shayri #life
anzaralam2880

Anzar Alam

New Creator