"जाया नहीं जयेगा एक एक भी लम्हा ,खिलाफत का हम तारीख, और मुस्तकबिल साथ में लिखने जा रहे है रोक सको तो रोक लो ,सीना ,ताने खडे है हम अपनी मिट्टी, अपने नाम लिखने, जा रहे हैं" ____ yogesh hiwrale योगेश