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जो था नहीं मेरा कभी, पलक झपकते ही खो गया। rahulba

जो था नहीं मेरा कभी, 
पलक झपकते ही खो गया।
rahulbanait      
       
रात भर चल रहा था मंज़र, 
सूबे होते ही ढह गया।
सूरज की किरनों के साथ, 
ना जाने कहीं खो गया। 
आस लगाये था मैं बैठा, 
बैठ बैठाये ही रह गया।

जो था नहीं मेरा कभी 
पलक झपकते ही खो गया..।😶 #जो_था_नहीं_मेरा_कभी
जो था नहीं मेरा कभी, 
पलक झपकते ही खो गया।
rahulbanait      
       
रात भर चल रहा था मंज़र, 
सूबे होते ही ढह गया।
सूरज की किरनों के साथ, 
ना जाने कहीं खो गया। 
आस लगाये था मैं बैठा, 
बैठ बैठाये ही रह गया।

जो था नहीं मेरा कभी 
पलक झपकते ही खो गया..।😶 #जो_था_नहीं_मेरा_कभी
rahulbanait7814

Rahul Banait

New Creator